Hindi previous question paper 2020 for class 10th up board




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अनुक्रमांक___________,मुद्रित पृष्ठों की संख्या : 8
नाम________________
901                            801(MD)
2020
हिन्दी
केवल प्रश्नपत्र
समय : तीन घण्टे 15 मिनट    पूर्णांक : 70
नोट : प्रारम्भ के 15 मिनट परीक्षार्थियों को प्रश्नपत्र पढ़ने के लिए निर्धारित हैं ।

1. (क) निम्नलिखित कथनों में से कोई एक कथन सही है, उसे पहचान कर लिखिए :              1
(i) 'माधव विलास' नाभादास जी की रचना है।
(ii) 'संस्कृति के चार अध्याय' रामधारी सिंह की प्रसिद्ध कृति है।
(iii) सेठ गोविन्ददास महान आलोचक थे ।
(iv) 'जय-पराजय' कृति निबन्ध विधा की रचना है।

(ख) निम्नलिखित कृतियों में से किसी एक कृति के रचनाकार का नाम लिखिए :               1
(i) 'प्रतिशोध'
(ii) 'जड़ की बात'
(iii) 'प्रतीक्षा'
(iv) 'कल्पलता'

(ग) भेंट वार्ता' विधा के किसी एक लेखक का नाम लिखिए ।              1

(घ) रेशमी टाई' किस विधा पर आधारित रचना है ?              1

(ङ) भूले-बिसरे चित्र' के रचनाकार का नाम लिखिए ।              1

2. (क) प्रयोगवादी युग के किसी एक कवि का नाम लिखिए ।              1

(ख) प्रगतिवादी युग की किन्हीं दो प्रवृत्तियों का उल्लेख कीजिए ।            2

(ग) 'छायावाद' की दो प्रमुख विशेषताएँ लिखिए ।              2




3. निम्नांकित गद्यांशों में से किसी एक के गद्यांश के नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए :               2+2+2=6
(क) उनके लिए फूल-पत्तियों में कोई सौन्दर्य नहीं, झरनों के कल-कल में मधुर संगीत नहीं, अनन्त सागर-तरंगों पर गम्भीर रहस्यों का आभास नहीं, उनके भाग्य में सच्चे प्रयत्न और पुरुषार्थ का आनन्द नहीं, उनके भाग्य में सच्ची प्रीत का सुख और कोमल हृदय की शान्ति नहीं । जिनकी आत्मा अपने इन्द्रिय विषयों में ही लिप्त है; जिनका हदय नीचाशयों और कुत्सित विचारों से कलुषित है, ऐसे नाशोन्मुख प्राणियों को दिन-दिन अन्धकार में पतित होते देख कौन ऐसा होगा जो तरस न खाएगा ? उसे ऐसे प्राणियों का साथ नहीं करना चाहिए।
(i) उपर्युक्त गद्यांश का सन्दर्भ लिखिए ।
(ii) गद्यांश के रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए ।
(iii) हमें किस प्रकार के प्राणियों का साथ नहीं करना चाहिए ?

(ख) "जिन हालातों में पड़कर संसार की प्रसिद्ध जातियाँ मिट गयीं, उनमें हम न केवल जीवित ही रहे, वरन अपने आध्यात्मिक और बौद्धिक गौरव को बनाये रख सके । उसका कारण यही है कि हमारी सामूहिक चेतना ऐसे नैतिक आधार पर ठहरी हुई है, जो पहाड़ों से भी मजबूत, समुद्रों से भी गहरी और आकाश से भी अधिक व्यापक है।"
(i) उपर्युक्त गद्यांश का संदर्भ लिखिए ।
(ii) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए ।
(iii) लेखक ने गद्यांश में क्या संदेश देना चाहा है ?

4. निम्नांकित पद्यांशों में से किसी एक पद्यांश की संदर्भ-सहित व्याख्या कीजिए |                1+4+1= 6
(क) धूरि भरे अति सोभित स्यामजू, तैसी बनी सिर सुन्दर चोटी।
खेलत खात फिरें अँगना, पग पैजनी बाजति पीरी कछोटी ।।
वा छबि को रसखानि बिलोकत, वारत काम कला निधि कोटी ।
काग के भाग बड़े सज़नी, हरि-हाथ सों लै गयो माखन रोटी ।।"

(ख) "जो साहस कर बढ़ता उसको,
केवल कटाक्ष से टोक दिया।
जो वीर बना नभ-बीच फेंक,
बरछे पर उसको रोक दिया।।
क्षण उछल गया, अरि घोड़े पर,
क्षण लड़ा सो गया घोड़े पर ।
बैरी दल से लड़ते लड़ते,
क्षण खड़ा हो गया घोड़े पर ।।"


5. (क) निम्नलिखित लेखकों में से किसी एक लेखक का जीवन-परिचय दीजिए तथा उनकी किसी एक रचना का नाम लिखिए:            2+ 1=3
(i) डॉ